मीराबाई चानू ने 2022 में चल रहे राष्ट्रमंडल खेलों में भारोत्तोलन में स्वर्ण पदक जीतकर भारत को फिर से गौरवान्वित किया। आइये जानते है उनके परिवार, जीवन, भारोत्तोलन करियर और अन्य विवरणों के बारे में (Mirabai Chanu Biography)…
मीराबाई चानू की जीवनी : Mirabai Chanu Biography
भारोत्तोलक मीराबाई चानू ने 2022 में चल रहे राष्ट्रमंडल खेलों में अपना पहला स्वर्ण पदक जीतकर एक बार फिर भारत को गौरवान्वित किया है। उन्होंने महिलाओं की इस प्रतियोगिता में खुद के 49 किलोग्राम वजन के साथ भारोत्तोलन के फाइनल में जीत हासिल की। 27 वर्षीय मीराबाई चानू ने स्वर्ण पदक जीतने के लिए कुल 201 किलोग्राम भार उठाया, जो कि संकेत सरगर द्वारा रजत और गुरुराजा द्वारा कांस्य पदक देने के बाद चल रहे राष्ट्रमंडल खेलों 2022 में भारत का तीसरा पदक भी था।
मीराबाई चानू, जिन्होंने 2018 में ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता था, इस प्रतियोगिता में वे मीलों आगे थीं क्योंकि उन्होंने स्नैच में 88 किलोग्राम और क्लीन एंड जर्क में 113 किलोग्राम वजन उठाया था।
कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में जैसे ही मीराबाई चानू ने गोल्ड जीता, उन्हें देश-विदेश से बधाई संदेश मिलने शुरू हो गए।
आइये जानते है मीराबाई चानू के परिवार, जीवन, भारोत्तोलन करियर और गोल्ड मेडलिस्ट से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण विवरणों के बारे में –
Mirabai Chanu Biography
चानू मीराबाई : प्रारंभिक जीवन और परिवार (Chanu Mirabai Life and Family)
चानू मीराबाई का जन्म 8 अगस्त 1994 को इम्फाल के पास हुआ था। उसके परिवार ने 12 साल की उम्र से भारोत्तोलक बनने के उनके सपने का समर्थन किया। परिवार ने उसकी ताकत की पहचान तब की जब वह लकड़ी के लट्ठों को उठाने का काम वह बड़ी आसानी से कर लेती थी व उसे उठाकर वे चल भी लेती थी जो की उनके भाई व अन्य लोगो के लिए बहुत मुश्किल कार्य होता है। वह परिवार में हैवीवेट लिफ्टर के रूप में जानी जाती थी।
भारोत्तोलन कैरियर (Mirabai Weightlifting Career)
चानू मीराबाई के करियर की शुरुआत ग्लासगो कॉमनवेल्थ गेम्स से हुई जहां उन्होंने 48 किग्रा वर्ग में रजत पदक जीता। उन्होंने रियो ओलंपिक के लिए भी क्वालीफाई किया लेकिन सफल नहीं हो सकी।
- 2017 में उन्होंने एनाहिम, सीए, यूएसए में विश्व भारोत्तोलन चैंपियनशिप में महिला वर्ग भारोत्तोलन में स्वर्ण पदक जीता।
- 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के लिए पहला स्वर्ण पदक भी जीता।
- 2019 विश्व भारोत्तोलन चैंपियनशिप में, मीराबाई ने कुल 201 किग्रा भार उठाया, लेकिन चौथे स्थान पर रही।
- टोक्यो में 2020 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में चानू ने 49 किग्रा वर्ग में कुल 202 किग्रा भार उठाकर रजत पदक जीता।
- 2021 में, उसने ताशकंद में 2020 एशियाई भारोत्तोलन चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता
आपने जाना (Conclusion of This Article)
आज के इस आर्टिकल में हमने जाना हमारे भारत को गौरवान्वित करने वाली मीराबाई चानू के जीवन के बारे में व उन्होंने कैसे एक महिला होकर भी वेट लिफ्टिंग व कॉमन वेल्थ गेम्स में भारत को स्वर्ण पदक दिलाकर देश का नाम रोशन किया। उम्मीद करते है आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा व आपको उनके जीवन से प्रेरणा मिली होगी।
मीराबाई चानू कहाँ से हैं?
मणिपुर राज्य की राजधानी इम्फाल से
8 अगस्त 1994
वेट लिफ्टिंग
साइखोम मीराबाई चानू
1.5 m