वैशाख में माह के ख़त्म होने की अंतिम तिथि को जो पूर्णिमा पड़ती है उसे ही वैशाखी पूर्णिमा (Vaishakh Purnima 2022) कहते है। श्री कृष्णा ने भी सुदामा को उनके दुःख दरिद्र से मुक्ति पाने के लिए इस पूर्णिमा को व्रत करने का महत्म सुनाया था जिसके अनुसार यह पापों के नाश के साथ व्यक्ति के सुख, संपत्ति और सेहत में भी बढ़ोत्तरी करता है…
हैलों आप सभी को, एक बार फिर से आपके लिए हम लाये है एक ऐसा आर्टिकल जिसका आपको इन्तेजार था। आज के हमारे आर्टिकल में हम बात करने वाले है वैशाख के महीने में पड़ने वाली बेहद शुभ पूर्णिमा के बारे में जिसे लोग वैशाखी पूर्णिमा भी कहते है। यह पूर्णिमा वर्ष में आने वाली बहुत खास पूर्णिमा में से एक होती है।
हिन्दू धर्म में पूर्णिमा (Purnima 2022) का बहुत महत्व बताया गया है। वैशाख में माह के ख़त्म होने की अंतिम तिथि को जो पूर्णिमा पड़ती है उसे ही वैशाखी पूर्णिमा (Vaishakhi Purnima 2022) कहते है साथ ही इसे बुद्ध पूर्णिमा (Buddha Purnima 2022) या बुद्ध जयंती (जिस दिन महात्मा गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था) व सत्य विनायक पूर्णिमा (Satya Vinayak Purnima) भी कहा जाता है।
क्या होती है वैशाख पूर्णिमा (What is Vaishakh Purnima)
इस दिवस पर प्रभु विष्णु व धन दात्री माता लक्ष्मी की पूजा करने से मन इच्छा फल प्राप्त होता है व साथ ही भगवान विष्णु अपने भक्तों का कष्ट का हरण कर लेते है। इस दिन पर व्रत धारण करने का भी संकल्प लिया जाता है जिससे मनुष्य के पापों का नाश होता है।
विशेष :-
- श्री कृष्णा ने भी सुदामा को उनके दुःख दरिद्र को दूर करने के लिए इस पूर्णिमा को व्रत करने का महत्म सुनाया था।
- यह पापों के नाश के साथ व्यक्ति के सुख, संपत्ति और सेहत में भी बढ़ोत्तरी करता है।
- वैशाख पूर्णिमा पर चन्द्र दर्शन अनिवार्य होता है।
- इस दिन चन्द्र की पूजा करके उनसे आशीवार्द प्राप्त करना लाभकारी होता है।
- इस दिन भक्त आकस्मिक मृत्यु के भय से मुक्ति के लिए यमराज की भी पूजा करते है।
महत्वपूर्ण – इस दिन चंद्रमा को देखे बिना व्रत पूर्ण नहीं माना जाता है।
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वैशाख पूर्णिमा 2022 तिथि व समय :-
Vaishakh Purnima 2022 Date and Time :- इस वर्ष में वैशाख पूर्णिमा 16 मई 2022 को आ रही है जिस दिन सोमवार का दिन पड़ रहा है।
आरम्भ तिथि – 15 मई को दोपहर 12:45 से।
अंतिम तिथि – 16 मई को सुबह 09:43 तक।
महत्वपूर्ण – व्रत को धारण करने की तिथि 16 मई की है।
वैशाख पूर्णिमा विधि-विधान (Vaishakh Purnima Rituals)
- इस दिन व्यक्ति को सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि कामो से निपटकर भगवान विष्णु की पूजा की तैयारियां करनी चाहिए ।
- इस दिन भक्त को उपवास धारण करके भगवान विष्णु के महा मन्त्रों का जाप करना चाहिए।
- किसी ब्राह्मण को पानी से भरा घड़ा या मटके का दान करना चाहिए।
- इसके अतिरिक्त शक्कर और तील दान करना भी शुभकारी होता है।
वैशाख पूर्णिमा का महत्म (Vaishakh Purnima Importance)
वैशाख की पूर्णिमा (Vaishakh Purnima 2022) सभी पूर्णिमा में सर्वश्रेष्ट है क्योंकि यह भगवान विष्णु को अत्यंत प्रिय है। इस दिन सत्यनारायण देव की कथा वाचन भी मनवांछित फल देने वाला होता है। भगवान सत्यनारायण का ही एक रूप प्रभु विष्णु जी है। इनकी पूजा-अर्चना पापों का नाश करने वाली और सौभाग्य का उदय करने वाली होती है। जीवन में शुभ फलों की प्राप्ति के लिए इनकी पूजा लाभकारी होती है क्योंकि जब सागर मंथन चल रहा था तो वैशाख की शुक्ल की –
- एकादशी तिथि पर समुद्र मंथन से अमृत की उत्त्पत्ति हुई थी।
- द्वादशी तिथि पर उस अमृत की रक्षा प्रभु विष्णु के द्वारा की गई थी।
- त्र्योदिशी तिथि पर भगवान विष्णु ने मोहिनी रूप के माध्यम से अमृतपान कराया था।
- चतुर्दशी तिथि पर दानवों का संहार हुआ।
- पूर्णिमा पर सभी देवों को अपना राजस्व वापस प्राप्त हुआ।
उस समय सभी देवताओं ने इस तिथि को आशीवार्द दिया कि ये तिथियाँ सभी सुख प्रदान करने वाली होंगी। तभी वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की तीन तिथियो को पुष्करिणी कहा जाता है इसलिए इस दिन पानी से भरा घड़ा, सत्तू , पंखा, छाते आदि का दान करना चाहिए क्योंकि इस दिन का दान गाय दान के समतुल्य होता है। ऐसा करने से धर्मराज (यमराज ) प्रसन्न होते है।
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वैशाख पूर्णिमा के महा उपाय (Vaishakhi Purnima Upay) –
धन से जुडी समस्याओं के लिए
- इसके लिए माँ लक्ष्मी की पूजा करे एक चौकी पर लाला कपडा बिछायें।
- उस पर लक्ष्मी माँ का चित्र या मूर्ति विराजित करके लाल पुष्प और चावल चढ़ाये।
- उसके बाद धुप दीप से आरती करके श्री सूक्त का पाठ करे।
- इससे धन से जुडी समस्याओं से निजात मिलती है।
नकारात्मता दूर करने के लिए
- गंगाजल को नहाने के पानी में मिलकर इससे स्नान करें।
- इसके बाद घर के मेन गेट पर हल्दी से स्वास्तिक बना लें।
- इस पर कुमकुम चढ़ाये इससे नकारात्मता आपके घर में प्रवेश नहीं कर पाएगी।
मानसिक तनाव से मुक्ति के लिए
- इस पूर्णिमा की रात में चाँद की पूजा करे।
- ताम्बे के लोटे में जल लेकर उसमे शक्कर और चावल डालकर चन्द्र को अर्ध्य दे।
- अर्ध्य देते समय ओउम ऐं कलीं सोमाय नमः का जाप करना चाहिए।
- इससे मन के विचार और भावनात्मकता संतुलित रहती है।
सुखी वैवाहिक जीवन के लिए
- पूर्णिमा के दिन शिवजी को कच्चा दूध और शहद चढ़ाये।
- इससे जीवन के सभी संकट तो दूर होंगे ही साथ वैवाहिक जीवन भी आनंदमय बनेगा।
अखंड सौभाग्य के लिए
- वैशाख की पूर्णिमा को किसी निर्धन महिला को श्रृंगार और सुहाग की सामग्री भेंट करे।
- इससे अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है और जीवन से बाधा भी कटती है ।
आपने जाना –
Vaishakh Purnima 2022 के आज के इस विशेष आर्टिकल में हमने बात की वैशाखी पूर्णिमा (Vaisakhi Purnima) के बारे में। हमने जाना की वैशाख पूर्णिमा कब मनाई जाती है और इस दिन क्या विशेष महत्त्व होता है साथ ही इस दिन आप ऐसे कौनसे उपाय करे जिससे की आपको भगवान का आशीवार्द मिले और आपके जीवन से दुःख और दुर्भाग्य घटे। उम्मीद करते है आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा होगा तो प्लीज अपने दोस्तों को शेयर जरुर करे ताकि वे भी इस पावन व्रत का लाभ उठा सके।